पर्दे पर एक दमदार मसाला फिल्म दिखाने के लिए हीरो हीरोइन और शानदार कहानी के अलावा एक ऐसे किरदार की भी जरूरत होती है जो फिल्म की कहानी में जान फूंक देता
पर्दे पर एक दमदार मसाला फिल्म दिखाने के लिए हीरो हीरोइन और शानदार कहानी के अलावा एक ऐसे किरदार की भी जरूरत होती है जो फिल्म की कहानी में जान फूंक देता है। वो किरदार होता है फिल्म का खलनायक। आज के समय में खलनायकों के रूप भी बदल चुके हैं। अब कोई इंसान उस फिल्म में खलनायक क्यों है उसके पीछे भी कई बार वजह बता दी जाती है। हालांकि 70-80 के दशक में खलनायक सिर्फ एक बुरा इंसान होता था जिसके बुरे होने का कोई कारण नहीं होता था। उसके चेहरे पर कुटिल मुस्कान होती थी और आंखों में दरिंदगी। उसे जब कुछ पाना होता था तो वो छीन लेता था और अपनी जीत का खुलकर जश्न भी मनाता था। उस दशक के बहुत से खलनायक ऐसे थे जिनके अभिनय को देखकर लोग उनसे सचमुच नफरत करने लगे थे।
इसमें बॉलीवुड के दमदार अभिनेता रंजीत का नाम भी शामिल हैं जिन्होंने विलेन के रोल में अपनी खास पहचान बनाई। उन्होंने करीब 200 फिल्मों में काम किया है। उन्होंने किरदार तो कई निभाए लेकिन खलनायक के रोल में सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी। हालांकि एक फिल्म के लिए उन्हें अपने घर में बहुत शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था।
रंजीत का असली नाम गोपाल बेदी है, लेकिन पर्दे पर उनका कई दफा नाम रंजीत ही रखा गया था। इस नाम ने उनकी ऐसी पहचान बनाई कि उन्हें दुनिया इसी नाम से जानने लगी थी। वो पर्दे पर आते तो फिल्म की हीरोइन से लेकर फिल्म देख रही लड़कियां तक डर जातीं। उनके चेहरे के भाव से ही फिल्म देखने वालों को दहशत हो जाती। हालांकि पर्दे पर खलनायक बनने के लिए उन्हें तारीफ तो मिली लेकिन उन्हीं में से एक किरदार ने घर में उनकी एक बार बेइज्जती करवा दी थी। रंजीत ने इस बात का खुलासा किया था। रंजीत ने बताया था कि फिल्म ‘शर्मीली’ में उन्होंने एक ऐसे खलनायक का रोल निभाया था जो हीरोइन बनी राखी का रेप करने की कोशिश करता है और उसके कपड़े तक फाड़ देता है। रंजीत ने बताया था कि उनकी इस हरकत को देखकर उनके घरवाले काफी गुस्सा हो गए थे।
रंजीत ने बताया था कि हीरोइन के साथ इस तरह की जबरदस्ती करता देख उनके घर वालों ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया था। उनके पिता ने कहा कि, ‘फिल्मों में काम करना है तो डॉक्टर, इंजीनियर का रोल करो, ये क्या किरदार निभाते हो? बाप की नाक कटवा रहे हो, अमृतसर में क्या मुंह दिखाओगे? बता दें कि पंजाब में जन्में रंजीत ने कई पंजाबी फिल्मों जैसे ‘रब ने बना दी जोड़ियां’, ‘मन जीते जग जीत’ जैसी फिल्मों में काम किया था।
गौरतलब है कि ‘शर्मीली’ के लिए सुनील दत्त ने उनका नाम खलनायक के किरदार के लिए मेकर्स को सुझाया था। सुनील दत्त को रंजीत का काम ‘सावन भादो’, ‘रेशमा और शेरा’ में बेहद पसंद आया था जिसके चलते उन्होंने इस फिल्म में रंजीत को लेने की बात कही थी। रंजीत ने इसके बाद ‘हलचल’, ‘रामपुर का लक्ष्मन’, ‘विक्टोरिया नंबर 203’, ‘गद्दार’, ‘दोस्त और दुश्मन’, ‘मां’, ‘आखिरी दांव’, ‘लावारिस’, ‘कीमत’ जैसी कई फिल्में की थीं।
फिल्मों में खलनायिकी के अलावा ‘ऐसा देस है मेरा’, ‘घर एक सपना’, ‘जुगनी चली जालंधर’, ‘हिटलर दीदी’ जैसे कई टीवी शो में रंजीत ने काम किया है। वो सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। रंजीत अक्सर अपनी बेटी के साथ तस्वीरें और वीडियो साझा करते हैं जो फैंस को काफी पसंद आती है।