80 का दशक खत्म होते-होते चंकी पांडे (Chunky Panday) ने बॉलीवुड में सुपरस्टार का तमगा अपना नाम कर लिया था। धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे सीनियर कला
80 का दशक खत्म होते-होते चंकी पांडे (Chunky Panday) ने बॉलीवुड में सुपरस्टार का तमगा अपना नाम कर लिया था। धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे सीनियर कलाकारों के साथ फिल्में करने वाले चंकी पांडे ने आंखें से बॉक्स ऑफिस हिला दिया था। इस फिल्म में गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी दर्शकों ने काफी पसंद की और लड़कियों में चंकी की फैन फॉलोइंग चरम पर पहुंच गई। हर किसी को उम्मीद थी कि चंकी पांडे आने वाले कल के सुपरस्टार हैं लेकिन अचानक ही वो बॉलीवुड से गायब हो गए।
चंकी पांडे से इस बारे में बात की और पूछा कि 90 के दशक की शुरुआत में ऐसा क्या हुआ कि उन्हें काम मिलना ही बंद हो गया? चंकी पांडे ने बड़ी ही ईमानदारी से 5 कारण गिनाए।
अजय-अक्षय की एंट्री के बाद निर्माताओं ने मोड़ा मुंह खान तिकड़ी का स्टारडम जहां लगातार बढ़ रहा था, वहीं अजय देवगन और अक्षय कुमार की एंट्री के बाद निर्माताओं ने चंकी पांडे से मुंह मोड़ लिया। अजय-अक्षय की एंट्री के बाद तो निर्माताओं ने चंकी को काम देना ही बंद कर दिया।
मल्टीस्टारर फिल्मों का चलन हुआ कम 80 के दशक में चंकी पांडे ने कई मल्टीस्टारर फिल्में कीं, जो 90 का दशक शुरू होते-होते बंद सी हो गईं। 90 के दशक में कदम रखने वाले ज्यादातर कलाकार सोलो फिल्में करना पसंद करते थे। निर्माताओं ने कभी भी चंकी को सोलो स्टार माना ही नहीं और मल्टीस्टारर फिल्में बंद होने के बाद लोगों ने उन्हें फिल्मों में कास्ट करना बंद कर दिया।
गलत च्वाइस की वजह से भी हुआ नुकसान चंकी पांडे सोलो फिल्मों के लिए निर्माताओं की लास्ट च्वाइस बन गए थे, जिसके बाद उन्होंने कुछ फिल्मों में हीरो के दोस्त या भाई का किरदार निभा लिया। इन च्वाइसेज ने तो उनका करियर पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। चंकी समझ ही नहीं पाए कि वो चीजों को ठीक कैसे करें?
आंखें जैसी सुपरहिट देने के बाद भी नहीं संभला करियर साल 1993 में चंकी पांडे ने आंखें जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म दी लेकिन इसके बाद भी उनका करियर नहीं संभला। निर्माताओं ने उनकी तरफ से अपना ध्यान हटा लिया था, जो फिर कभी उन पर गया ही नहीं।