पिछले डेढ़ दशक से मराठी सिनेमा में एक के बाद एक अपनी लीक से इतर फिल्मों के लिए तालियां बटोर रहे निर्देशक महेश मांजरेकर अब देश के सर्वाधिक चर्चित मराठी
पिछले डेढ़ दशक से मराठी सिनेमा में एक के बाद एक अपनी लीक से इतर फिल्मों के लिए तालियां बटोर रहे निर्देशक महेश मांजरेकर अब देश के सर्वाधिक चर्चित मराठी मानुषों में से एक वीर सावरकर की कहानी दुनिया को बताने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक बनाने वाले फिल्म निर्माता संदीप सिंह ने महेश मांजरेकर को फिल्म ‘स्वातंत्रवीर सावरकर’ निर्देशित करने के लिए साइन कर लिया है। संदीप ये फिल्म अपने मित्र अमित वाधवानी के साथ बनाने जा रहे हैं। 28 मई 1883 को जन्मे विनायक दामोदर सावरकर की संघर्ष गाथा बताने के लिए महेश मांजरेकर लंबे समय से शोध करते रहे हैं। संदीप सिंह ने इस कहानी को कहने के सारे विधिक अधिकार हासिल कर लिए हैं। अब संदीप, महेश और अमित की ये तिकड़ी देश के इस महान सपूत की कहानी बड़े परदे पर उतारने की तरफ कदम आगे बढ़ा चुकी है।
महेश मांजरेकर को हिंदी सिनेमा में असलियत के करीब की कहानियां कहने की वजह से ही शोहरत मिली थी। ‘वास्तव’, ‘अस्तित्व’ और ‘कुरुक्षेत्र’ जैसी हिंदी फिल्मों के बाद महेश ने मराठी में ‘काकस्पर्श’ व ‘नटसम्राट’ जैसी बेहतरीन फिल्में निर्देशित कीं।
महेश मांजरेकर इन दिनों सलमान खान और उनके बहनोई आयुष शर्मा को लेकर फिल्म ‘अंतिम’ बना रहे हैं। उनकी निर्देशित वेब सीरीज ‘1962: द वार इन द हिल्स’ भी इसी साल रिलीज हुई है। महेश मांजरेकर के निर्देशक में बनने जा रही फिल्म ‘स्वातंत्रवीर सावरकर’ को लेकर निर्माता संदीप सिंह कहते हैं, ‘वीर सावरकर के व्यक्तित्व और कृतित्व के तमाम पहलू हमें देखने सुनने को मिलते हैं। उनकी आराधना और आलोचना दोनों होती है। उनके बारे में ऐसी धारणा बना भले दी गई हो लेकिन मेरा मानना है कि वीर सावरकर के बारे में अब भी देश के लोगों को अधिक पता नहीं है। इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि वह हमारे स्वतंत्रता संग्राम की अहम कड़ी रहे हैं और हमारी कोशिश होगी कि इस फिल्म के जरिए हम उनके जीवन यात्रा के कुछ अनछुए पहलू लोगों के सामने ला सकें।
फिल्म निर्देशक महेश माजंरेकर के लिए ये विषय शुरू से दिल के करीब रहा है। वह कहते हैं, ‘वीर सावरकर के व्यक्तित्व और कृतित्व से मैं शुरू से प्रभावित रहा हूं। मेरा मानना है कि उन्हें इतिहास ने उनका उचित स्थान नहीं दिया। सिर्फ वीर सावरकर का नाम लेने भर से लोगों में जिस तरह की भावनाएं उफनती हैं, वह इस बात का सबूत हैं कि सावरकर ने अपन जीवन में बहुत सारे लोगों को प्रभावित जरूर किया। एक निर्देशक के तौर पर मुझे पता है कि ये फिल्म निर्देशित करना एक चुनौती होगी, और इसे स्वीकार करने के लिए मैं तैयार हूं।’
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले वीर सावरकर हिंदू महासभा के सदस्य थे। उनका निधन 55 साल पहले 26 फरवरी को हुआ और तब से अब तक उनको लेकर हर काल खंड में राजनीतिक विश्लेषण होते रहे हैं। शुक्रवार को उनकी 138वीं जयंती है। जानकारी के मुताबिक फिल्म ‘स्वातंत्रवीर सावरकर’ की शूटिंग महाराष्ट्र और अंडमान द्वीप समूह के अलावा लंदन में भी की जाएगी।