टॉयलेट में ऑफर हुआ था प्रेम चोपड़ा के दामाद शरमन जोशी को करियर का सबसे बड़ा रोल

HomeCinema

टॉयलेट में ऑफर हुआ था प्रेम चोपड़ा के दामाद शरमन जोशी को करियर का सबसे बड़ा रोल

बॉलीवुड में कई सितारें हैं जिन्होंने काफी मेहनत करके ऊंचाइयां हासिल की हैं. किसी की किस्मत डेब्यू फिल्म से चमक गई, तो किसी की काफी कोशिशे करने के बाद.

मेडिकल स्टोर्स पर कंडोम बेचने का काम करेंगी नुसरत, ‘जनहित में जारी’ होगी कहानी
इमोशनल लम्हा:इरफान के अवॉर्ड रिसीव करने के लिए बेटे बाबिल ने पहने थे उनके कपड़े, बोले- कम से कम उनके कपड़ों में तो फिट आ सकता हूं
बुर्ज खलीफा पर लिखा शाहरुख़ का नाम Shahrukh khan

बॉलीवुड में कई सितारें हैं जिन्होंने काफी मेहनत करके ऊंचाइयां हासिल की हैं. किसी की किस्मत डेब्यू फिल्म से चमक गई, तो किसी की काफी कोशिशे करने के बाद. शरमन जोशी की बात करें तो उन्होंने बॉलीवुड में कदम साल 1999 में फिल्म गॉडमदर से रखा था, लेकिन उनकी फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ की बात करें तो इस फिल्म का प्रस्ताव उन्हें वॉशरूम में दिया गया था. शरमन ने इस बात खुलासा एक लाइव चैट के दौरान किया था कि वह इंडियन फिल्म डायरेक्टर राजकुमार हिरानी से एक थियेटर में अचानक मिले थे.

शरमन ने चैट के दौरान बताया कि उनकी एक मीटिंग थी, जिसको होने में थोड़ा वक्त था. उस दौरान वे फिल्म देखने थियेटर चले गए थे. जहां उन्हें डायरेक्टर राजकुमार हिरानी दिखे, लेकिन उस दौरान डायरेक्टर कुछ लोगों से बात करने में व्यस्त थे. शरमन ने कहा, “दरअसल, वहां सभी अपनी-अपनी फिल्म का ट्रेलर देखने आए हुए थे. मैंने उस समय किसी को भी परेशान करना सही नहीं समझा. उनको देखने के बाद मैं टिकट काउंटर पर गया लेकिन मुझे वहां टिकट नहीं मिला”.

उन्होंने आगे बताया कि वे टिकट न मिलने के कारण वापस जाने लगे थे, तभी उनको डायरेक्टर राजकुमार हिरानी ने नाम लेकर पुकारा. जिसको सुनने के बाद वे काफी खुश हुए. उन्होंने सोचा कि राजकुमार हिरानी को उनका नाम पता है. जब शरमन राजकुमार के पास पहुंचे तब उन्होंने कहा, “मुझे तुम्हारा काम पसंद आया है. एक फिल्म के लिए तुमसे बात करनी है. मैं तुमसे जल्द ही कनेक्ट करूंगा”.

शरमन ने आगे बताया कि कुछ महीने बीत गए थे लेकिन उनको कॉल या मैसेज नहीं आया था. उन्होंने कहा, “मैं एक ऑडिटोरियम के वॉशरूम में राजकुमार सर से मिला था. उस दौरान सर ने मुझे कहा कि एक फिल्म है, जिसको लेकर मैं तुम्हारे बारे में सोच रहा हूं. अब इसके बाद फिर से दो-तीन महीने निकल गए. सबसे अजीब बात यह है कि हम दोनों की जब भी मुलाकात हुई है वो हमेशा उसी ऑडिटोरियम के वॉशरूम में हुई है. एक बार फिर मुलाकात के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे ऑफिस में मिलते हैं. मैं वहां गया और ऑडिशन दिया, जिसके बाद मुझे फिल्म थ्री इडियट्स मिल गई”.