जाकिर खान स्टेण्ड अप कॉमेडियन लेखक के बारे में कुछ ख़ास बातें ज़ाकिर खान एक स्टैंड-अप कॉमेडियन, लेखक, प्रस्तुतकर्ता और अभिनेता हैं। साल 2012 में उन्हो
जाकिर खान स्टेण्ड अप कॉमेडियन लेखक के बारे में कुछ ख़ास बातें
ज़ाकिर खान एक स्टैंड-अप कॉमेडियन, लेखक, प्रस्तुतकर्ता और अभिनेता हैं। साल 2012 में उन्होंने कॉमेडी सेंट्रल की तीसरी सर्वश्रेष्ठ स्टैंड अप कॉमेडियन प्रतियोगिता जीतकर लोकप्रियता हासिल की। जाकिर ने AIB के साथ एक समाचार कॉमेडी शो का भी हिस्सा रहे हैं। जाकिर इस समय भारत के सबसे पसंदीदा कॉमेडियन में से एक हैं।
बचपन से ही मजाकिया है जाकिर
20 अगस्त में इंदौर में जन्में जाकिर आज लोगों को हंसाने का काम रहे हैं और लाखों होटो को खुशिया बांट रहे हैं। जाकिर के परिवार वाले असल में उन्हें एक सितार वादक बनता हुआ देखना चाहते थे। उन्होंने सितार सिखा भी लेकिन जाकि को यह काम बहुत मुश्किल लगा और उन्होंने इसे छोड़ दिया।
इंदौर से दिल्ली, दिल्ली से मुंबई
इसके बाद जन्म से ही मजाकिया मिजाज के रहे जाकिर ने उनकी कॉमेडी उन्हें दिल्ली ले आई। दिल्ली आने के बाद उन्होंने रेडियो आदि में काम किया जहां उनकी प्रतिभा में और निखार आया। इसी मेहनत ने उन्हें दिल्ली से मुंबई का टिकट दिलाया और वह अपने करियर के सफर पर मुंबई निकल गए।
प्रतिभा सिखाई नहीं जाती
जाकिर का मानन है कि जब वह कॉमिकस्तान या वन माइक स्टैंड जैसे मौकों पर कोच की तरह दिखते है तो वह बस सामने वाले के भीतर पहले से मौजूद प्रतिभा को मंच पर लाने के लिए हर कोशिश करते हैं क्योंकि कॉमेडी भी एक कला है और कला को सिखाया नहीं जा सकता वह सबके अंदर होती है।
सिनेमा से दूरी
आपको बता दें कि जाकिर का मानना है कि लोगों को हंसाना या गुदगुदाना सबसे टेढ़ी खीर है। लेकिन उसके बावजूद भी उनको उनके काम से बहुत प्यार है। फिल्मों में जाकिर अभी तक नहीं गए हैं इसके पीछे उनका अपना ही लॉजिक है उनका मानना है कि सिनेमा किसी की जागीर नहीं है। लेकिन, आज के युवाओं को जो गायक, जो डीजे, जो कॉमेडियन सबसे ज्यादा पसंद हैं, उनमें से किसी को सिनेमा के सहारे की जरूरत नहीं है।
–शाम्भवी मिश्रा