एक्टर तुषार कपूर बॉलीवुड के एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जहां पर हर किसी ने जी भरकर सफलता का स्वाद चखा है। जहां पर सभी ने एक अलग ही मुकाम हासिल
एक्टर तुषार कपूर बॉलीवुड के एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जहां पर हर किसी ने जी भरकर सफलता का स्वाद चखा है। जहां पर सभी ने एक अलग ही मुकाम हासिल किया है। अगर जीतेंद्र ने एक्टिंग के जरिए खुद को लैजेंड का तमगा दिलवा लिया तो एकता कपूर ने भी टीवी की दुनिया में अपने सीरियल्स के जरिए तहलका मचा दिया। अब तुषार कपूर भी उसी परिवार से आते हैं। लेकिन उनका करियर ना तो वो सफलता की कहानी बयां करता है और ना ही उनकी एक्टिंग किसी के दिल में अलग जगह बना पाई है। ऐसे में सवाल उठता है कि 19 साल पहले करियर शुरू करने वाले तुषार कहां तक पहुंच पाए हैं? तुषार कपूर ने साल 2001 में ऐसा डेब्यू किया था कि सभी कहने को मजबूर हो गए कि एक नए सुपरस्टार का जन्म हुआ है। एक्टर ने ‘मुझे कुछ कहना है’ फिल्म में काम कर अपने करियर को सही दिशा में आगे बढ़ा दिया था। एक्टर को अपनी पहली ही फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड तक मिल गया था। लेकिन जैसी शुरुआत तुषार ने ली थी, वो उसे कभी भी अंजाम तक नहीं पहुंचा पाए। ऐसा नहीं है कि तुषार कपूर ने फिल्मों में काम नहीं किया, या फिर कह लीजिए कि उन्होंने अच्छी एक्टिंग नहीं की। लेकिन सच्चाई ये है कि कई फिल्मों में काम करने के बाद भी तुषार खुद की अलग पहचान नहीं बना पाए। तुषार को एक गूंगे के रूप में ही याद रखा जा सकता है। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि रोहित शेट्टी की गोलमाल में उनका लकी वाला किरदार फिट बैठ जाता है। तुषार इसे अपनी एक सफलता बता सकते हैं।