राजेश खन्ना ने अपने समय में कई बुलंदियों को छुआ। अपने अभिनय के साथ-साथ अपने चार्म से भी उन्होंने सबका दिल जीता। राजेश खन्ना को इंडिया का पहला सुपरस्टा
राजेश खन्ना ने अपने समय में कई बुलंदियों को छुआ। अपने अभिनय के साथ-साथ अपने चार्म से भी उन्होंने सबका दिल जीता। राजेश खन्ना को इंडिया का पहला सुपरस्टार कहा जाता है। एक समय ऐसा भी आया था जब राजेश खन्ना की लड़कियां दीवानी हो गई थीं और वह उन्हें खून से चिट्ठियां लिखा करती थी। जहां नायक के रूप में राजेश खन्ना ने सफलता हासिल की, तो वही सबसे बड़े खलनायक के रूप में सामने आए प्राण साहब। प्राण साहब ने सिनेमा में अपनी जबरदस्त पहचान बनाई। प्राण साहब विलन की भूमिका में कुछ इस तरह से ढल जाते थें कि लोग उनके नाम से भी कांपने लगे थे। लेकिन सबसे अधिक लोगों को इस बात का आश्चर्य होता था कि आखिर इन दोनों को एक फिल्म में कास्ट करने से निर्माता क्यों घबराते हैं।
आज के समय में अगर कोई दो बड़े सितारे एक साथ काम करने को तैयार हो जाए तो निर्माता-निर्देशक खुशी-खुशी उन्हें अपनी फिल्मों में कास्ट कर लेते हैं। लेकिन राजेश खन्ना और प्राण साहब के दौर में ये दोनों ऐसे सफल नायक और खलनायक थे, जिन्हें एक साथ फिल्म में कास्ट करने से निर्देशक-निर्माता बचते थे। हालांकि इन दोनों ने बड़े परदे पर कई सफल फिल्मों में साथ काम किया लेकिन इसके बावजूद निर्माता ये नहीं चाहते थे कि ये दोनों साथ में हो। चलिए हम आपको बताते हैं कि दोनों को एक साथ एक फिल्म में न लेने की आखिर क्या थी वजह।
प्राण साहब और राजेश खन्ना दोनों ही अपने जमाने के बहुत बड़े सितारे रहे हैं। एक सुपरस्टार तो दूसरा सबसे बड़ा खलनायक। दरअसल प्राण साहब एक ऐसे कलाकार थें, जिन्हें उनकी खलनायकी के लिए अभिनेता से अधिक पैसे मिलते थे। प्राण साहब का कहना था कि जो रॉब और बात खलनायकी में होती है वो बात नायकी में नहीं होती। प्राण साहब के अलावा राजेश खन्ना भी अपने जमाने में सबसे अधिक फीस लेने वाले अभिनेता थे। अपनी फिल्म ‘आराधना’ की बॉक्स-ऑफिस सफलता के बाद राजेश खन्ना ने अपनी फीस बढ़ा दी और वो एक फिल्म के लिए करीब 20 लाख रुपए तक चार्ज करते थें, जो उस जमाने में बहुत अधिक थी। अधिक फीस होने के बाद भी निर्माता अपनी फिल्मों को सफल बनाने के लिए उन्हें कास्ट करते थे।
इन दोनों की फीस उस जमाने में इतनी अधिक थी कि निर्माता-निर्देशक इन दोनों को एक साथ एक फिल्म में कास्ट करने से घबराने लगे। हालांकि प्राण साहब और राजेश खन्ना ने एक साथ कम फिल्मों में काम किया लेकिन वो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रहीं, इसके बावजूद भी निर्माता इन्हें एक साथ एक फिल्म में नहीं लेना चाहते थे। उनका मानना था कि अगर इन दोनों दिग्गज कलाकारों को एक साथ एक फिल्म में लिया जाता था तो फिल्म की लागत काफी बढ़ जाती थी और फिल्म का बजट भी उन्हें बढाना पड़ता था।
निर्माता-निर्देशक भले ही उस समय में राजेश खन्ना और प्राण साहब को किसी फिल्म में एक साथ कास्ट करने से घबराएं, लेकिन इस बात को बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि इन दोनों ने जिस भी फिल्म में नायक और खलनायक की भूमिका निभाई वो सुपरहिट साबित हुई। राजेश खन्ना और प्राण साहब ने साथ में दुर्गा, जानवर, बाए हाथ का खेल, मर्यादा और बेवफाई जैसी फिल्मों में काम किया, उनकी ये फिल्में बॉक्स-ऑफिस पर सफल साबित हुईं।
फिल्म ‘सौतन’ की शूटिंग चल रही थी तो उस दौरान राजेश खन्ना का फिल्म के निर्देशक सावन कुमार से झगड़ा हो गया था। राजेश खन्ना निर्देशक पर बहुत गुस्सा हुए थें। इनके बीच मामला इतना अधिक बढ़ गया कि बात गाली-गलौच तक आ गई थी। लेकिन उसी दौरान प्राण साहब वहां पर आए उन्होंने निर्देशक सावन कुमार से बात करके मामले को सुलझाया और राजेश खन्ना से उनका पैचअप करवाया। वैसे तो प्राण साहब अपनी फिल्मों के लिए बहुत फीस चार्ज करते थे, लेकिन जब राज कपूर ‘बॉबी’ बना रहे थे तो उस फिल्म के लिए प्राण साहब ने सिर्फ 1 रुपए फीस के तौर पर ली थी।