अभिनेता प्रकाश राज आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने ना सिर्फ तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है, बल्कि बॉलीवुड में भी अपनी एक
अभिनेता प्रकाश राज आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने ना सिर्फ तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है, बल्कि बॉलीवुड में भी अपनी एक्टिंग से अलग छाप छोड़ी है। प्रकाश राज ने बॉलीवुड की अधिकतर फिल्मों में विलेन का रोल निभाया है। फिर वो चाहे फिल्म ‘वॉन्टेड’ हो या ‘सिंघम।’ उन्हें विलेन के किरदार में काफी पसंद भी किया गया है। एक्टिंग से नाम बनाने वाले अभिनेता प्रकाश राज अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहे हैं। उनकी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आये लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और हमेशा ही आगे बढ़ते रहे। आज हम आपको प्रकाश राज की जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
प्रकाश राज का असली नाम प्रकाश राय है। दूरदर्शन के धारावाहिक ‘बिसिलु कुदुरे’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाले प्रकाश राज ने तमिल डायरेक्टर के. बालाचंदर के कहने पर अपना नाम बदला था। साल 1994 में उन्होंने तमिल सिनेमा में डेब्यू किया। महज 300 रुपये से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाले प्रकाश ने शुरुआती दिनों से ही नाटकों में भाग लेना शुरू कर दिया था।
प्रकाश राज ने करीब 2 हजार से ज्यादा नाटकों में भाग लिया। उन्होंने तेलुगू, तमिल, कन्नड़ फिल्मों में अपनी एक्टिंग के दम पर दर्शकों का दिल जीता। इसके बाद हिंदी फिल्मों की ओर प्रकाश राज ने रुख किया और उन्हें यहां सलमान खान की फिल्म ‘वॉन्टेड’ से पहचान मिली। फिल्म में ‘गनी भाई’ के किरदार में अभिनेता ने विलेन का रोल निभाया। इसके बाद उन्होंने ‘सिंघम’, ‘बुड्ढा होगा तेरा बाप’, ‘हीरोपंती’ जैसी फिल्मों में काम किया।
प्रकाश राज ने सिर्फ फिल्मों में काम ही नहीं किया बल्कि उन्होंने कई फिल्में भी बनाई हैं। 29 साल के फिल्मी करियर में प्रकाश को पांच बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। लेकिन प्रकाश कई बार अपने बर्ताव और बयानों के चलते सुर्खियों में भी रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें छह बार तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री बैन कर चुकी है। ये पहली बार हुआ था जब तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री ने किसी अभिनेता को बैन किया था।