पटौदी खानदान के दामाद हैं कुणाल खेमू, बाल कलाकार के तौर पर हुए खूब मशहूर

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पटौदी खानदान के दामाद हैं कुणाल खेमू, बाल कलाकार के तौर पर हुए खूब मशहूर

ये कहानी है उस कलाकार की, जिसने बचपन से ही अपने अभिनय का जौहर दिखाना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपनी एक्टिंग से सबको खूब हंसाया और रुलाया भी। आज ये बॉल

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ये कहानी है उस कलाकार की, जिसने बचपन से ही अपने अभिनय का जौहर दिखाना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपनी एक्टिंग से सबको खूब हंसाया और रुलाया भी। आज ये बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता हैं। ये कोई और नहीं बल्कि पटौदी खानदान के दामाद कुणाल खेमू हैं। कुणाल खेमू का जन्म 25 मई 1983 को एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रवि है, जो एक अभिनेता थे और उनकी मां का नाम ज्योति। कुणाल लीड एक्टर के तौर पर कभी बड़े अभिनेता तो नहीं बन पाए, लेकिन सह कलाकार के रूप में उन्होंने कई फिल्मों में काम किया। वहीं दूसरी ओर वे पेशेवर से ज्यादा अपने निजी जीवन को लेकर चर्चा में रहे। इसके अलावा वे कई बार विवादों में भी घिरे। पिछले कुछ समय से कुणाल बॉलीवुड फिल्मों और एक्टिंग की दुनिया से दूर हैं।

कुणाल ने मुंबई के निरंजनलाल डालमिया हाईस्कूल से पढ़ाई की थी। इसके बाद स्नातक की पढ़ाई मुंबई की एमिटी यूनिवर्सिटी से मुकम्मल की। कुणाल ने शुरुआती एक्टिंग के गुर अपने पिता रवि खेमू से ही सीखे थे। कम लोगों को ही पता होगा कि कुणाल खेमू के दादा मोती लाल खेमू भी अभिनय से जुड़े थे। वो कश्मीर में नाटककार थे।

कुणाल की शादी ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसका कारण था कि नवाब पटौदी की बेटी और सैफ अली खान की बहन सोहा अली खान से उनकी शादी। फिल्म ‘ढूंढते रह जाओगे’ के दौरान इनकी दोस्ती सोहा अली खान से हुई थी। इसके बाद दोनों में प्यार हुआ और इन्होंने 25 जनवरी 2015 में शादी कर ली। इस शादी से जोड़े को एक प्यारी सी बेटी हुई, जिसका नाम नाम इनाया नौमी खेमू है।

कुणाल खेमू ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट दूरदर्शन के शो गुल गुलशन गुलफाम से 1987 में की थी। फिर 1983 में महेश भट्ट की फिल्म ‘सर’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। वह ‘राजा हिन्दुस्तानी’, ‘जख्म’, ‘भाई’, ‘हम हैं राही प्यार’ में भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आ चुके हैं। एक समय में बाल कलाकार के रूप में वह सबसे व्यस्त कलाकारों में से एक थे।

इसके बाद साल 2005 में उन्होंने फिल्म ‘कलयुग’ से बॉलीवुड में बतौर लीड अभिनेता डेब्यू किया। इसी साल कुणाल मधुर भंडारकर की पहली फिल्म ‘ट्रैफिक सिग्नल’ का हिस्सा बने। इस फिल्म ने औसत कमाई की थी। इसके बाद वह फिल्म ‘ढोल’, ‘ढूंढते रह जाओगे’, ‘जय वीरू’ और ‘गोलमाल’ सीरीज में नजर आए। ‘गोलमाल’ को छोड़कर कोई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली।

कुणाल खेमू उन गिने चुने कलाकरों में आते हैं, जिन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट तो खूब नाम कमाया, लेकिन बड़े होकर वो कमाल नहीं दिखा पाए। खेमू साल 2020 में फिल्म मलंग का हिस्सा थे। पिक्चर में वे निगेटिव शेड का रोल प्ले करते नजर आए थे। इसके अलावा वे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई फिल्म ‘लूटकेस’ का भी हिस्सा रहे थे।वहीं, कुणाल मीडिया में भी बने रहते हैं। आये दिन वो पत्नी सोहा और बेटी इनाया के साथ नजर आ जाते हैं।