अपनी मेहनत के बूते हिंदी सिनेमा के चोटी के सितारों में शुमार हुए अभिनेता कार्तिक आर्यन ने लगता है करण जौहर कैंप से पूरी तरह दूर रहने का मन बना लिया है
अपनी मेहनत के बूते हिंदी सिनेमा के चोटी के सितारों में शुमार हुए अभिनेता कार्तिक आर्यन ने लगता है करण जौहर कैंप से पूरी तरह दूर रहने का मन बना लिया है। फिल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला और आरएसवीपी फिल्म्स की दो फिल्में मिलने के बाद उनका हौसला फिर लौट आया है और अब खबर है कि उन्होंने शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज की अगले महीने से शुरू होने वाली एक फिल्म से अपना नाम वापस ले लिया है। कार्तिक आर्यन ने हिंदी सिनेमा में बहुत शांति से काम करते हुए चोटी के सितारों के बीच उस जगह पर अपने पैर जमा लिए हैं, जिसकी दावेदारी अरसे तक वरुण धवन के पास रही। एक नटखट, चुलबुले और शैतान से युवक की ये श्रेणी वरुण के हाथ से उनकी अपनी गलतियों की वजह से खिसकी। पहले उन्होंने ‘अक्टूबर’ और ‘सुई धागा’ जैसी फिल्मों से अपनी इमेज बदलने की कोशिश की और जब लोगों को उनका ये बदला हुआ रूप भाने लगा तो वह फिर लौटकर ‘कलंक’ और ‘कुली नंबर वन’ पर आ गए।
वरुण की गलतियों से सबक लेते हुए कार्तिक आर्यन ने अपने आगे की फिल्में बहुत समझबूझ कर चुनने का फैसला लिया है। धर्मा प्रोडक्शंस की फिल्म ‘दोस्ताना 2’ से कार्तिक की छुट्टी करने के समय करण जौहर की प्रोडक्शन कंपनी ने कार्तिक पर जो भी तोहमतें लगाईं, कार्तिक ने किसी बात पर मुंह नहीं खोला। वह हताश तो हुए पर निराश नहीं हुए।
घर वालों ने भी इस मौके पर कार्तिक को सहारा दिया और उन्होंने तय किया कि वे फिल्में अब अलग अलग तरह की करेंगे और ऐसी करेंगे जिनकी जड़ें भारतीय संस्कृति से जुड़ी हों। रेड चिलीज की निर्देशक अजय बहल की फिल्म की पटकथा पर बात नहीं बन पा रही थी और ‘धमाका’ के तुरंत बाद कार्तिक तुरंत ही दूसरी एक्शन थ्रिलर भी नहीं करना चाह रहे थे।