सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए केआरके ने लिखा, 'मैंने सलमान खान बनाम केआरके मानहानि मामले में अदालत का आदेश पढ़ा है और मैंने इसके खिलाफ उच्च न्यायालय ज
सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए केआरके ने लिखा, ‘मैंने सलमान खान बनाम केआरके मानहानि मामले में अदालत का आदेश पढ़ा है और मैंने इसके खिलाफ उच्च न्यायालय जाने का फैसला किया है। कोर्ट ने मुझे उन वीडियो को हटाने का आदेश नहीं दिया जो मैंने अब तक पोस्ट किए हैं जैसा कि सलमान ने कहा था। लेकिन कोर्ट ने मुझे भविष्य में सलमान खान की किसी भी फिल्म की समीक्षा नहीं करने का आदेश दिया।
केआरके सिर्फ यही नहीं रुके उन्होंने आगे भी ट्वीट किया और लिखा, ‘मेरा मानना है कि फिल्म समीक्षा मेरी निजी राय है और कोर्ट को मुझे अपनी निजी राय व्यक्त करने से नहीं रोकना चाहिए। इसलिए मैं अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हाईकोर्ट और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट भी जाऊंगा। मैं एक फिल्म समीक्षक हूं और यह मेरा काम है, इसलिए मैं फिल्मों की समीक्षा करना जारी रखूंगा।’
सलमान खान के अलावा केआरके ने बॉलीवुड पर भी हमला बोला और लिखा, ‘पहले बॉलीवुड वालों ने मेरा मजाक बनाने की कोशिश की। फिर उन्होंने मुझे भ्रष्ट साबित करने की कोशिश की। और अब वे सभी कोर्ट से कह रहे हैं कि मुझे उनकी फिल्मों की समीक्षा करने से रोकें। यह ईमानदारी की ताकत है। उनके पास 100 भ्रष्ट आलोचक हैं, लेकिन फिर भी वे एक ईमानदार आलोचक की समीक्षा से डरते
केआरके ने सलमान के वकीलों से सवाल करते हुए ट्वीट किया और लिखा, ‘आज मेरा सवाल वकीलों से जिन्होंने मीडिया को बताया कि उन्होंने राधे रिव्यू के लिए मानहानि का मुकदमा दायर नहीं किया। अगर आप झूठे लोगों ने कोर्ट से मुझे फिल्मों की समीक्षा करने से रोकने के लिए नहीं कहा तो कोर्ट ने मुझे फिल्मों की समीक्षा नहीं करने के लिए कैसे कहा? यानी मानहानि का मामला सिर्फ मेरी समीक्षाओं को रोकने के लिए है।
कमाल राशिद खान ने लगातार कई ट्वीट किए और इसमें उन्होंने न सिर्फ सलमान खान को लेकर लिखा बल्कि अक्षय कुमार का नाम भी घसीट दिया। केआरके ने लिखा, ‘क्या कोई मुझे समझा सकता है, मैं एक कनाडाई नागरिक को भारतीय क्यों कहूं? मुझे 55+ साल के आदमी को 20 साल का प्यारा लड़का क्यों कहना चाहिए? कुछ लोगों को खुश करने के लिए मैं झूठ क्यों बोलूं? और बॉलीवुड के लोग मेरे बयानों से इतना प्रभावित क्यों होते हैं, जब मैं उनके लिए कोई नहीं हूं।’
आगे लिखा, ‘मैं किसी के घर कुछ कहने नहीं जा रहा हूं। अगर मैं अपने घर पर बैठकर सच कह रहा हूं, तो आप इतना प्रभावित क्यों हो रहे हैं? आप प्रभावित हो रहे हैं क्योंकि आप जानते हैं और लोग जानते हैं कि मैं सच कह रहा हूं। और सच्चाई इस दुनिया में सबसे कड़वी चीज है।’ फिलहाल, इस मामले में कोर्ट अपना फैसला सुना चुकी है अब देखना दिलचस्प होगा कि केआरके हाईकोर्ट में क्या कहेंगे।