दिल की तमनन्ना है कि तुझे (Hindi) दिल की तमनन्ना है कि तुझे पलकों पे बिठाऊ.... पर तु 72 किलो की है दिल को कैसे समझाऊ... dil kee tamananna
दिल की तमनन्ना है कि तुझे (Hindi)
दिल की तमनन्ना है कि तुझे
पलकों पे बिठाऊ….
पर
तु 72 किलो की है दिल
को कैसे समझाऊ…
dil kee tamananna hai ki tujhe
dil kee tamananna hai ki tujhe
palakon pe bithaoo….
par
tu 72 kilo kee hai dil
ko kaise samajhaoo…
I wish for you (English)
I wish for you
Sit on the eyelids ….
On
You have 72 kg of heart
How to explain …
Sanjay Mishra बहुमुखी प्रतिभा के धनी,
Sanjay Mishra फ़िल्म “ऑल द बेस्ट” का वो डाइलॉग तो आपको याद ही होगा “ढोन्धु जस्ट चिल्ल” आ गई न पूरी फ़िल्म आँखों के सामने।
जी हाँ हम बात कर संजय मिश्रा (Sanjay Mishra) जी की एक हस्य कलाकार के रूप में हम सभी इनसे परिचित हैं, पर क्या आप जानते हैं इनके जीवन से जुड़े उतार चढ़ाव के बारे में, आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ बातें ।
संजय मिश्रा का जन्म 6 अक्टूबर 1963 में दरभंगा बिहार में हुआ था। इनके पिता शम्भुनाथ मिश्रा एक पत्रकार थे। संजय ने अपनी शिक्षा वाराणसी के केंद्र विद्यालय से पूरी की इसके बाद स्नातक किया और राष्ट्रीय ड्रामा स्कूल में प्रवेश ले लिया।
इनकी पत्नी का नाम किरण मिश्रा है,यह दो बच्चों के पिता हैं, बेटा पल मिश्रा और बेटी लम्हा मिश्रा। इन्होंने अधिकतर हिंदी फिल्मों तथा टेलीविजन के लिए काम किया। 2015 में इन्हें फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला था।
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